Saturday, 27 April 2019

भारत को चौथा ओलिंपिक कोटा

भारत को चौथा ओलिंपिक कोटा

भारत के 17 वर्षीय युवा निशानेबाज दिव्यांश सिंह पंवार ने आईएसएसएफ विश्व कप में रजत पदक जीतकर देश के लिए चौथा ओलिंपिक कोटा स्थान हासिल किया। अपनी दूसरी ही सीनियर प्रतियोगिता में भाग ले रहे दिव्यांश ने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में 249.0 के कुल स्कोर से रजत पदक जीता। वह महज 0.4 अंक से स्वर्ण पदक से चूक गए, जिसे चीन के जिचेंग हुई ने 249.4 अंक बनाकर अपने नाम किया।

रूस के ग्रिगोरी शामोकोव को 227.5 अंक के स्कोर से कांस्य पदक मिला। यह भारत का चौथा ओलिंपिक 2020 तोक्यो ओलिंपिक कोटा है, इससे पहले अंजुम मोदगिल और अपूर्वी चंदेला (10 मीटर एयर राइफल महिला) और सौरभ चौधरी (10 मीटर एयर पिस्टल पुरुष) ने विश्व कप और पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में ओलिंपिक स्थान हासिल किया था। दिव्यांश ने कुल 629.2 अंक से तीसरे स्थान से फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ किया। अन्य भारतीयों में रवि कुमार 624.1 अंक से 44वां जबकि दीपक कुमार ने 622.6 अंक से 57वां स्थान हासिल किया। दिव्यांश ने अंजुम मोदगिल के साथ मिलकर लियू रूजुआन और यांग हाओरान की चीनी जोड़ी को 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम स्पर्धा में 17-15 से हराकर स्वर्ण पदक जीता था। यह भारत का चीन में विश्व कप में तीसरा पदक है और पदक तालिका में देश शीर्ष पर है। मनु भाकर और सौरभ चौधरी की जोड़ी ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। 

देश के सबसे बड़े विमानवाहक पोत मे लगी आग

देश के सबसे बड़े विमानवाहक पोत मे लगी आग

देश के सबसे बड़े विमानवाहक पोत INS विक्रमादित्य पर आग लगने से नौसेना के एक अफसर की मौत हो गई। आग उस समय लगी जब यह पोत कर्नाटक के कारवार बंदरगाह पहुंच रहा था। भारतीय नौसेना की ओर से बताया गया है कि लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान के नेतृत्व में पोत पर लगी आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा था। 

क्रू के फौरन ऐक्शन की बदौलत पोत को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हालांकि इस दौरान आग और धुएं के चलते लेफ्टिनेंट कमांडर अचेत हो गए।  नौसेना के अधिकारी को फौरन कारवार स्थित नेवल हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। नेवी ने एक बयान में बताया कि कुछ समय बाद ही शिप के क्रू ने आग पर काबू पा लिया। अच्छी बात यह रही कि शिप की लड़ाकू क्षमता को कोई गंभीर नुकसान नहीं पहुंचा है। नौसेना ने आईएनएस विक्रमादित्य में लगी आग की घटना की छानबीन के लिए ‘बोर्ड ऑफ एन्क्वॉयरी’ के आदेश भी दे दिए हैं।

Friday, 26 April 2019

पहली बार मंगल पर भूकंप दर्ज

पहली बार मंगल पर भूकंप दर्ज

नासा द्वारा प्रक्षेपित रोबोटिक लैंडर ‘इनसाइट’ ने पहली बार मंगल पर भूकंप दर्ज किया है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने यह जानकारी दी। लैंडर के भूकंपमापी यंत्र ‘साइस्मिक एक्सपेरिमेंट फॉर इंटीरियर स्ट्रक्चर’ (एसईआईएस) ने 6 अप्रैल को कमजोर भूकंपीय संकेतों का पता लगाया। हालांकि, वैज्ञानिक अभी भी हलचल के सही कारणों की पड़ताल कर रहे हैं।

इनसाइट का 6 अप्रैल को मंगल पर 128वां दिन था। नासा ने एक बयान में कहा कि शायद ग्रह के भीतर से भूकंपीय संकेत मिले हैं और ऐसा पहली बार हुआ है। इससे पहले सतह के ऊपर के वायु जैसे कारकों के कारण भूकंपीय संकेत मिलते थे। संकेत के सटीक कारण का पता लगाने के लिए वैज्ञानिक अब भी डेटा की जांच कर रहे हैं। अमेरिका में नासा की ‘जेट प्रपल्शन लैबरटरी’ में ‘इनसाइट प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर’ ब्रूस बैनर्डट ने कहा, ‘इनसाइट से मिली पहली जानकारियां नासा के अपोलो मिशन से शुरू हुए विज्ञान को आगे बढ़ाती हैं।’ उन्होंने कहा, ‘इस घटनाक्रम ने आधिकारिक रूप से एक नया क्षेत्र खोल दिया है, वह है मंगल पर भूकंप विज्ञान।’

Thursday, 25 April 2019

मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई के विरुद्ध यौन शोषण के मामले की जांच के लिए पैनल का गठन किया गया

मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई के विरुद्ध यौन शोषण के मामले की जांच के लिए पैनल का गठन किया गया

23 अप्रैल, 2019 को सर्वोच्च न्यायालय ने मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई के विरुद्ध यौन शोषण के मामले की जांच के लिए पैनल का गठन किया। इस पैनल का नेतृत्व जस्टिस एस. ऐ. बोबडे करेंगे। इस जांच पैनल में जस्टिस एन. वी. रमण तथा जस्टिस इंदिरा बनर्जी भी शामिल हैं।

पृष्ठभूमि

सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई पर 35 वर्षीय महिला ने यौन शोषण के आरोप लगाये थे, मुख्य न्यायधीश के विरुद्ध यौन शोषण के इस मामले के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने 20 अप्रैल, 2019 को विशेष बेंच का गठन किया था, इस बेंच में रंजन गोगोई, अरुण मिश्र तथा संजीव खन्ना शामिल थे।

इस बेंच ने महिला द्वारा लगाए गये आरोपों को गलत करार दिया और आरोपों को निराधार बताया। इस दौरान पीठ ने कहा कि यह न्यायपालिका की स्वतंत्रता को नष्ट करने का प्रयास है।

19 अप्रैल, 2019 को मुख्य न्यायधीश के आवासीय कार्यालय में कार्य करने वाली कनिष्ठ न्यायालय सहायक ने सर्वोच्च न्यायालय के 22 न्यायधीशों को पत्र लिखकर मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।

जस्टिस रंजन गोगोई

जस्टिस रंजन गोगोई का जन्म 18 नवम्बर, 1954 को हुआ था, वे असम के निवासी हैं। वे असम के पूर्व मुख्यमंत्री केशब चन्द्र गोगोई के पुत्र हैं।

उन्होंने आरम्भ में गुवाहाटी उच्च न्यायालय में कार्य किया। फरवरी, 2001 में उन्हें उच्च न्यायालय में स्थायी न्यायधीश के रूप में नियुक्त किया गया। सितम्बर, 2010 में उनका स्थानांतरण पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय में किया गया

जहाँ फरवरी, 2011 में उन्हें मुख्य न्यायधीश नियुक्त किया गया। अप्रैल, 2012में उनकी नियुक्ति देश के सर्वोच्च न्यायालय में हुई थी।

Wednesday, 24 April 2019

अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू

अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू

अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू नौसेना के जहाजों, विमानों एवं पनडुब्बियों का एक परेड है और इसका आयोजन राष्ट्रों द्वारा सदभावना को बढ़ावा देने, सहयोग को मजबूत बनाने के लिए किया जाता है.

आईएन जहाज कोलकाता और शक्ति पीएलए (नौसेना) के 70वें वर्षगांठ समारोहों के एक हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में भाग लेने के लिए 21 अप्रैल 2019 को चीन के किंगदाओ में पहुंचे.

आईएन जहाजों के बन्दरगाह प्रवास के दौरान प्रतिभागी नौसेनाओं के अधिकारियों के बीच परस्पर बातचीत, पीएलए (एन) के विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों तथा सरकारी अधिकारियों के साथ शिष्टाचार वार्ता, व्यावसायिक आदान-प्रदान तथा विभिन्न प्रकार की खेल स्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा.

किंगदाओ में आईएफआर में भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व स्वदेशी रूप से निर्मित स्टेलथ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस कोलकाता और फ्लीट स्पोर्ट जहाज आईएनएस शक्ति द्वारा किया जायेगा.आईएनएस कोलकाता नौसेना युद्ध के सभी आयामों में खतरों से निपटने के लिए अत्याधुनिक हथियारों और संवेदकों से लैस है.आईएनएस शक्ति एक पुनःपूर्ति जहाज है जो 27000 टन से अधिक डिसप्लेस करने वाले सबसे बड़े टंकरों में से एक है और यह 15 हजार टन तरल माल तथा खाद्यानों एवं गोला बारूद सहित 500 टन से अधिक ठोस माल ढो सकता है.भारतीय नौसेना के सबसे शक्तिशाली विध्वंसक एवं बहुमुखी फ्लीट स्पोर्ट जहाज की यात्रा भारत की शक्ति, पहुंच और स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमता के अतिरिक्त निरन्तरता को भी प्रदर्शित करती है.जहाजों को भारतीय नौसेनाओं की वीरता एवं भारत की जहाज निर्माण क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए पीएलए (नौसेना) अधिकारियों तथा स्थानीय लोगों के अवलोकन के लिए खोला जायेगा.अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू (आईएफआर) नौसेना  के जहाजों, विमानों एवं पनडुब्बियों का एक परेड है और इसका आयोजन राष्ट्रों द्वारा सदभावना को बढ़ावा देने, सहयोग को मजबूत बनाने और उनकी संगठनात्मक क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है.आईएफआर विश्व की नौसेनाओं के लिए उनकी क्षमता और स्वदेशी जहाज डिजाइन तथा जहाज निर्माण क्षमताओं को एक  वैश्विक/अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में प्रदर्शित करने के एक आदर्श मंच का भी काम करती है. भारत द्वारा फरवरी 2016 में विशाखापट्टनम आयोजित दूसरे आईएफआर में लगभग 100 जंगी जहाजों के साथ 50 नौसेनाओं की शानदार भागीदारी देखी गई थी.

देश का पहला लोकपाल दफ्तर

देश का पहला लोकपाल दफ्तर

देश का पहला लोकपाल दफ्तर दिल्ली के एक पांच सितारा होटल से काम करेगा। लोकपाल अध्यक्ष और इसके सभी आठ सदस्यों और सहायक कर्मचारियों को होटल परिसर में जगह आवंटित की जा रही है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।

उन्होंने कहा कि लोकपाल का कार्यालय चाणक्यपुरी स्थित द अशोक होटल से काम करेगा। हालांकि यह उसका अस्थायी कार्यालय होगा। 23 मार्च को राष्ट्रपति कोविंद ने देश के पहले लोकपाल अध्यक्ष के तौर पर पूर्व जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष को शपथ दिलाई थी जबकि लोकपाल के आठ सदस्यों को पूर्व जस्टिस घोष ने 27 मार्च को शपथ दिलाई थी।विभिन्न उच्च न्यायालयों के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, जस्टिस दिलीप बी भोसले, प्रदीप कुमार मोहंती, अभिलाषा कुमारी और अजय कुमार त्रिपाठी ने लोकपाल के न्यायिक सदस्यों के रूप में शपथ ली थी जबकि सशस्त्र सीमा बल की पहली महिला प्रमुख अर्चना रामासुंदरम, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव दिनेश कुमार जैन, पूर्व आइएएस अधिकारी महेंद्र सिंह और गुजरात कैडर के पूर्व आइएएस अधिकारी इंद्रजीत प्रसाद गौतम ने लोकपाल के गैर-न्यायिक सदस्यों के रूप में शपथ ली थी।

फ़्लैशबैक

लोकपाल उच्च सरकारी पदों पर आसीन व्यक्तियों द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायतें सुनने एवं उस पर कार्यवाही करने के निमित्त पद है। संयुक्त राष्ट्र संघ के एक सेमिनार में राजनीतिज्ञों और नौकरशाहों के आचरण तथा कर्तव्य पालन की विश्वसनीयता तथा पारदर्शिता को लेकर दुनिया की विभिन्न राजनीतिक प्रणालियों में उपलब्ध संस्थाओं की जांच की गई। स्टॉकहोम में हुए इस सम्मलेन में वर्षों पूर्व आम आदमी की प्रशासन के प्रति विश्वसनीयता तथा प्रशासन के माध्यम से आम आदमी के प्रति सत्तासीन व्यक्तियों की जवाबदेही बनाए रखने के संबंध में विचार-विमर्श हुआ। लोक सेवकों के आचरण की जांच और प्रशासन के स्वस्थ मानदंडों को प्रासंगिक बनाए रखने के संदर्भों की पड़ताल भी की गई।इस सेमिनार ने पांच मुख्य संस्थाओं की जांच की जो पूरी दुनिया में जांच एजेंसियों के रूप में उस समय लागू थीं। इनमें संसदीय जांच समितियां, रूस की प्रोक्यूरेसी, अंग्रेजी विधि व्यवस्था में वर्णित न्यायिक अनुतोष, फ्रांसीसी पद्धति की जांच व्यवस्थाएं तथा स्कैण्डिनेवियन देशों में प्रचलित अंबुड्समान भी शामिल रहे हैं।इनमें अंबुड्समान नामक संस्था ने प्रशासन के प्रहरी बने रहने में अंतर्राष्ट्रीय सफलता प्राप्त की है। स्वीडन को इस बात का श्रेय है। वहां वर्ष 1713 में किंग चाल्र्स बारहवें ने अपने एक सभासद को उन अधिकारियों को दंडित करने के लिए नियुक्त किया जो कानून का उल्लंघन करते थे। स्वीडन में नया संविधान बनने पर संविधान सभा के सदस्यों ने जिद की कि उनका ही एक अधिकारी जांच का कार्य करेगा. वह सरकारी अधिकारी नहीं हो सकता. तब 1909 में स्वीडन के संविधान में अंबुड्समान की व्यवस्था हुई जो अदालतों और लोकसेवकों द्वारा कानूनों तथा विनियमों के उल्लंघन के प्रकरण की जांच करेगा. भारत के प्रथम लोकपाल पी सी घोष है

अंतरिक्ष में नए अग्निशामक यंत्र का उपयोग

अंतरिक्ष में नए अग्निशामक यंत्र का उपयोग

हाल ही में वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में उपयोग हेतु एक नए अग्निशामक यंत्र (Novel Fire Extinguisher) को विकसित किया है। जो फ्लेम/लौ के साथ-साथ जले हुए पदार्थों को भी सोख लेगा।

प्रमुख बिंदु

इस विधि में वैक्यूम एक्सटिंग्विश मेथड (Vacuum Extinguish Method- VEM) का उपयोग किया गया है।



वैक्यूम एक्सटिंग्विश मेथड को जापान में टोयोहाशी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Toyohashi University of Technology) के शोधकर्त्ताओं द्वारा डिज़ाइन किया गया है।


यह विधि वर्तमान में व्यापक रूप से उपयोग किये जाने वाले अग्निशामक यंत्रों के पूरी तरह से ‘रिवर्स’ ऑपरेशन पर आधारित है।


VEM दहनशील उत्पादों और वैक्यूम के साथ लौ को सोखने पर आधारित है, इन्हें अलग करने के लिये एक वैक्यूम कंटेनर में इकट्ठा किया जाता है।


यह रिवर्स कॉन्सेप्ट उन विशेष वातावरणों जैसे- अंतरिक्ष वाहन और पनडुब्बी, इनमें अति संलग्न केबिन में हानिकारक दहन उत्पादों जैसे कि धुआँ, पार्टिकुलेट मैटर, ज़हरीली गैसों के घटक को फैलने से रोकने या दबाने के लिये उपयुक्त हो सकता है।


यह विशेष रूप से अंतरिक्ष उपयोग के लिये लाभप्रद है, क्योंकि यह एक अत्यधिक वैक्यूम वाले वातावरण के लिये ज़्यादा बेहतर है।


वर्तमान में अमेरिका, जापान, यूरोप और रूस में अंतरिक्षयान या अंतरिक्ष स्टेशनों में प्रयुक्त अग्निशामक मुख्यतः CO2-स्प्रेयिंग गैस एक्सटिंग्विशर्स हैं, हालाँकि पानी की धुंध/कोहरे को भी आंशिक रूप से एक विकल्प के रूप में माना जाता है।


CO2-स्प्रेयिंग गैस एक्सटिंग्विशर्स (CO2-spraying gas extinguishers)

वर्तमान में पृथ्वी पर बिजली से लगी आग को बुझाने के लिये ज़्यादातर CO2-स्प्रेयिंग गैस एक्सटिंग्विशर्स (CO2-spraying gas extinguishers) का इस्तेमाल किया जाता है।


हालाँकि केबिन के अंदर सीमित क्षेत्र तथा CO2 की सांद्रता में वृद्धि के कारण एक्सटिंग्विशर्स की छिड़काव प्रक्रिया अंतरिक्ष-पर्यावरण के लिये सबसे अच्छा विकल्प नहीं है।


इसलिये बुझाने की प्रक्रिया को निष्पादित करने से पहले O2मास्क पहनना आवश्यक है, जो कार्रवाई में देरी का कारण बनता है और आग को बढ़ने देता है।


इसके अलावा जब CO2 गैस का छिड़काव फायरिंग ज़ोन में किया जाता है तो हानिकारक दहनशील उत्पादों के साथ-साथ CO2 गैस पूरे केबिन में फैल जाती है।


अंततः हानिकारक गैस घटकों यहाँ तक कि CO2 को अंततः एयर-रीसर्क्युलेशन प्रक्रिया air-recirculation procedure द्वारा फ़िल्टर किया जाता है जिसमें अधिक समय लगता है और मिशन में देरी होती है।


निष्कर्ष

भविष्य में दीर्घकालिक अंतरिक्ष मिशन की संभावनाएँ हैं जिसमें आग लगने की घटना में नए अग्निशामक यंत्र CO2 गैस की छिड़काव प्रक्रिया की अपेक्षा एक प्रभावी उपकरण के रूप में देखा जा रहा है जो अग्नि सुरक्षा रणनीति पर बेहतर कार्य कर सकता है।

स्रोत- बिज़नेस स्टैंडर्ड्स

Tuesday, 23 April 2019

डेली करेंट अफेयर्स डाइजेस्ट: 23 अप्रैल 2019

डेली करेंट अफेयर्स डाइजेस्ट: 23 अप्रैल 2019

विश्व कप के लिए अफगानी टीम घोषित

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने विश्व कप के लिए गुलबदीन नैब की अगुवाई वाली 15 सदस्यीय टीम का घोषणा कर दिया है. हाल ही में कप्तानी से हटाए गए असगर अफगान और 2016 में आखिरी वनडे खेलने वाले हामिद हसन को भी टीम में जगह मिली है. अफगानिस्तान विश्व कप में अपना पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1 जून को खेलेगा.

अफगानिस्तान का विश्व कप स्क्वाड: गुलबदीन नायब (कप्तान), मोहम्मद शहजाद (विकेटकीपर), नूर अली जादरान, हज़रतुल्लाह ज़ज़ई, रहमत शाह, असगर अफगान, हशमतुल्ला शाहिदी, नजीबुल्लाह जादरान, समीउल्लाह शिनवारी, मोहम्मद नबी, राशिद खान, दाउदल ज़ावत, मुजीब उर रहमान.

स्पेसX के पैसेंजर कैप्सूल का अंतिम टेस्ट असफल

एलन मस्क के एयरोस्पेस स्टार्टअप स्पेसX के पैसेंजर कैप्सूल 'क्रू ड्रैगन' के इंजन टेस्ट के दौरान धुंआ निकलने के कारण इस स्पेसक्राफ्ट का परीक्षण असफल रहा. बतौर स्पेसX, शुरुआती परीक्षण सफल रहे लेकिन अंतिम परीक्षण के दौरान कुछ खराबी आ गई.

यूक्रेन में टीवी सीरीज़ में राष्ट्रपति बने कॉमेडियन ने जीता राष्ट्रपति चुनाव

यूक्रेन में एक टीवी सीरीज़ में राष्ट्रपति का किरदार निभा चुके कॉमेडियन वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने राष्ट्रपति चुनावों में जीत हासिल की है. उन्होंने चुनाव में 73.19% वोट हासिल किए जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी और मौजूदा राष्ट्रपति पेत्रो पोरोशेंको को 24.48% वोट मिले.

गौरतलब है कि पोरोशेंको ने नतीजे आने से पहले रविवार शाम को ही अपनी हार स्वीकार कर ली थी. यूक्रेन में राष्‍ट्रपति के पास सुरक्षा, रक्षा और विदेश नीति से जुड़े अहम मसलों का विभाग होता है.

नसीम ज़ैदी ने जेट एयरवेज़ के बोर्ड से दिया इस्तीफा

अस्थाई तौर पर बंद हो चुकी विमानन कंपनी जेट एयरवेज़ ने बताया कि उसके गैर-कार्यकारी और गैर-स्वतंत्र निदेशक नसीम ज़ैदी ने व्यक्तिगत कारणों और समय की कमी का हवाला देते हुए 21 अप्रैल 2019 को बोर्ड से इस्तीफा दे दिया.

गौरतलब है कि पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज़ैदी अगस्त 2018 में जेट एयरवेज़ से जुड़े थे. आर्थिक संकट से जूझ रही जेट एयरवेज़ ने पिछले सप्‍ताह ही अपना परिचालन बंद कर दिया था. कंपनी पर करीब 15000 करोड़ रुपए का कर्ज है.

डोप टेस्ट में फेल होने के चलते पूर्व ओलंपिक चैंपियन पर चार साल का बैन

डोप टेस्ट में फेल होने के कारण 2008 बीजिंग ओलंपिक्स के 15,000 मीटर रेस के चैंपियन एसबेल किपरोप पर चार साल का बैन लगाया गया है. तीन बार विश्व चैंपियनशिप्स के स्वर्ण पदक विजेता 29 वर्षीय किपरोप के डोप टेस्ट में प्रतिबंधित दवाएं पाई गई हैं. एसबेल किपरोप ने खुद को इस मामले में निर्दोष बताया है.

एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट ने एसबेल किपरोप के नवंबर 2017 से फरवरी 2018 तक के सभी रिजल्ट को खारिज कर दिया है.

अश्विन पर 12 लाख रुपये का जुर्माना

फिरोज़ शाह कोटला में 20 अप्रैल 2019 को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ किंग्स XI पंजाब द्वारा समय पर ओवर ना खत्म करने (स्लो ओवर-रेट) को लेकर पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन पर 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. आईपीएल-12 में स्लो ओवर-रेट को लेकर पंजाब की यह पहली गलती है. इस मैच में पंजाब को 5 विकेट से हार मिली थी.

कोटला की धीमी पिच पर पंजाब के बल्लेबाज दिल्ली के स्पिन गेंदबाजों का सामना नहीं कर सके और 163/7 का स्कोर ही बना सकी. जवाब में पंजाब के गेंदबाज लक्ष्य का बचाव करने में असफल रहे और दिल्ली ने दो गेंद बाकी रहते 166/5 रन बनाकर मैच जीत लिया.

श्रीलंका में 8वें धमाके के बाद पूरे देश में कर्फ्यू की घोषणा

ईस्टर के दिन 21 अप्रैल 2019 को हुए सीरियल बम धमाकों से श्रीलंका दहल गया है. बम ब्लास्ट के बाद कर पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया, जिसे 22 अप्रैल 2019 को सुबह 6 बजे हटा दिया गया है.

राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. सुरक्षाबलों को सभी जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. राजधानी में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अस्थायी रोक लगा दी है.

आईपीएल में 500 चौके लगाने वाले पहले बल्लेबाज़ बने शिखर धवन

दिल्ली कैपिटल्स के सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन आईपीएल इतिहास में 500 चौके लगाने वाले पहले बल्लेबाज़ बन गए हैं. धवन ने यह उपलब्धि शनिवार को किंग्स XI पंजाब के खिलाफ मैच में हासिल की. धवन के बाद आईपीएल में सर्वाधिक चौके लगाने के मामले में पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर 491 चौके के साथ दूसरे नंबर पर हैं.

शिखर ने ये विशिष्ट उपलब्धि आईपीएल में 153वां मैच खेलते हुए हासिल की. उनके नाम आईपील में सबसे ज्यादा 502 चौके हो गए हैं. उनके बाद दूसरे पायदान पर संन्यास ले चुके गौतम गंभार है. गंभीर ने आईपीएल में 492 चौके जड़े हैं.

भारतीय वायुसेना ने विंग कमांडर अभिनंदन के लिए वीर चक्र की सिफारिश की

पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराने को लेकर भारतीय वायुसेना ने विंग कमांडर अभिनंदन के लिए वीर चक्र की सिफारिश की है, जो युद्ध के समय दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च वीरता सम्मान है. वहीं, बालाकोट (पाकिस्तान) में एयर स्ट्राइक करने वाले 12 मिराज-2000 के पायलट्स के लिए वायुसेना पदक की सिफारिश हुई है.

26 फरवरी को भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के अगले दिन पाकिस्तान की वायु सेना ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की थी. इसी पर भारतीय वायु सेना ने जवाबी कार्रवाई की. हवाई लड़ाई के दौरान अभिनंदन का मिग पाकिस्तानी सीमा में गिरने के बाद उन्हें पाकिस्तान द्वारा बंदी बना लिया गया था.

Monday, 22 April 2019

भारतीय नौसेना ने आईएनएस इम्फाल युद्धपोत लॉन्च किया

भारतीय नौसेना ने आईएनएस इम्फाल युद्धपोत लॉन्च किया

भारतीय नौसेना द्वारा आईएनएस इम्फाल का मुंबई के मंझगांव डॉक्स में जलावतरण किया गया. यह युद्धपोत सभी आधुनिक हथियारों के लिए सक्षम है.

भारतीय नौसेना ने हाल ही में आईएनएस इम्फाल का समुद्र में जलावतरण किया. भारतीय नौसेना के लिए निर्मित आईएनएस इम्फाल गाइडेड मिसाइलों को ध्वस्त करने में माहिर है. इसके निर्माण की मुख्य बात यह है कि इसे भारत में ही डिजाइन किया व बनाया गया है. भारतीय नौसेना द्वारा आईएनएस इम्फाल का मुंबई के मंझगांव डॉक्स में जलावतरण किया गया.

परंपरा के अनुसार जिन विध्वंसक हथियारों या युद्धपोतों का निर्माण देश में किया जाता है उनका नाम या तो राज्य की राजधानी या फिर बड़े शहर के नाम पर रखा जाता है. यह आईएनएस विध्वंसक आकार और विनाश करने के मामले में एयरक्राफ्ट कैरियर्स के बाद दूसरे नंबर पर आते हैं.

आईएनएस इम्फाल की विशेषताएं

इस युद्धपोत का वजन फिलहाल 3,037 टन है, लेकिन आने वाले दिनों में इस पोत को अत्याधुनिक हथियारों और ताकतवर ब्रह्मोस सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइलों से लैस किया जाएगा, तब इसका वजन 7,300 टन तक पहुंच सकता है.


इसकी लंबाई 163 मीटर और चौड़ाई 17.4 मीटर है।


चार गैस टरबाइन से चलने वाला यह पोत 30 नॉट की गति से आगे बढ़ सकता है. इसके अलावा एक साथ इस पर दो हेलिकॉप्टरों को तैनाती हो सकती है.


आईएनएस इम्फाल न सिर्फ गाइडेड मिसाइलों को ध्वस्त कर सकता है बल्कि उन्हें चकमा भी दे सकता है.


भारतीय नौसेना के पास फिलहाल 140 युद्धपोत, 220 एयरक्राफ्ट हैं और 32 युद्धपोतों का अभी निर्माण चल रहा है.


आईएनएस इंफाल दुनिया के दूसरे देशों में निर्मित अपनी श्रेणी के युद्धपोतों को हर मामले में टक्कर देने में सक्षम है.


प्रोजेक्ट 15-बी

प्रोजेक्ट 15बी के तहत भारतीय नौसेना के लिए लॉन्च किया गया युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम था. इसे 20 अप्रैल 2015 को लॉन्च किया गया था. प्रोजेक्ट 15बी श्रेणी के तहत आने वाले अन्य युद्धपोत हैं – मोरमुगाओ, इम्फाल एवं पोरबंदर. इस श्रेणी के सभी युद्धपोत गाइडेड मिसाइलें ध्वस्त करने में माहिर हैं तथा अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं.

Sunday, 21 April 2019

अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में हिस्सा लेंगे भारतीय युद्धपोत

🌻 अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में हिस्सा लेंगे भारतीय युद्धपोत

भारतीय नौसेना के जंगी-जहाज जिनमें विध्वंसक आईएनएस कोलकाताऔर बेड़े के टैंकर जहाज आईएनएस शक्ति शामिल हैं, 23 अप्रैल को चीनी नौसेना अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में हिस्सा लेंगे। इस नौसेना परेड की समीक्षा चीनी के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा की जाएगी।

चीनी जनमुक्ति सेना (PLA) द्वारा अंतरराष्ट्रीय नौसैनिक फ्लीट रिव्यू का आयोजन किया गया है। इससे पहले साल 2014 में भारतीय नौसैनिक पोते चीनी नौसैनिक आयोजन में शामिल हुई थी। इसके बाद ये पहला मौका है। चीनी नौसेना द्वारा आयोजित अंतराष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में अब तक 60 से अधिक देशों ने अपने युद्धपोतों को भेजने की पुष्टि की है। हालांकि पाकिस्तान ने इस फ्लीट में अपने युद्धपोत को भेजने में असमर्थता जाहिर की है। गौरतलब है कि जून, 2017 में डोकलाम में चीनी सेना से हुई तनातनी के बाद भारत और चीन के राजनयिक और सैन्य रिश्तों में तल्खी  पैदा हो गई थी। भारतीय पोत चीन में विदेशी सैनिकों के बीच आकर्षक का केंद्र बनेगा। आईएनएस कोलकााता एक स्टील्थ विध्वंसक पोत है जिसपर भारत की सबसे घातक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस को ताैनात किया गया है। 

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