महत्वपूर्ण तथ्य
चाल्र्स बेबेज को कम्प्युटर का जनक कहा जाता है।
CPU कम्प्युटर का दिमान माना जाता है।
ईमेल भेजना पैकेज भेजने के समान है।
कम्प्युटर पर इनफाॅरमेशन को डिजिटल डाटा के रूप में स्टोर किया जाता है।
की बोर्ड पर 0-9 लबल वाली कीज को न्यूमैरिक कीज कहते है।
कम्प्युटर मुख्यतः दो भागों में विभक्त है- हार्डवेयर, साॅफ्टवेयर।
किसी डायरेक्टरी के अंदर जो एक डायरेक्टरी होती है उसे सब डायरेक्टरी कहते है।
कम्प्युटर में एरर को बग कहते ह।
कम्प्युटर में डिस्क ड्राइव भाग इनफोरमेंशन स्टोर करता है।
माॅनिटर कम्प्युटर पर किया गया कार्य दर्शाता ह।
कम्प्युटर में जो इनफोरमेशन डालते है उसे डाटा कहते है।
युजर डाॅक्युमेंट को जो नाम देता है उसे फाइलनेम कहते है।
कम्प्युटर द्वारा डाटा स्टोर करने व गणनाएं करने के लिए बाइनरी नंबर सिस्टम का प्रयोग करते है।
विश्व भर में बहुत से कम्प्युटर को जोड़ने वाला नेटवर्क इंटरनेट कहलाता है।
विंडोज में बाई डिफाल्ट जब डाटा डिलिट हो जाता हैतो उन्हें रिसाईकिल में भेजा जाता है।
ब्लिकिंग प्वाईट जो टेक्सट में आपकी पोजिशन दर्शाता है उसे कर्सर कहते है।
विश्व में सबसे पहले बने कम्प्यूर के हार्डडिस्क में सिर्फ 5 MB डाटा स्टोर किया जा सकता था।
पहला कम्प्यूटर माउस लकड़ी का बनाया गया था।
कम्प्यूटर मॉनिटर का सर्वप्रथम प्रयोग सन् 1980 में किया गया।
कम्प्यूटर मॉनिटर के स्क्रीन में दिखाई देने वाले सभी रंग केवल तीन रंगों (लाल, हरा, नीला) के मेल से बने होते हैं।
कम्प्यूटर कीबोर्ड का सर्वप्रथम प्रयोग सन् 1968 में किया गया।
हार्ड डिस्क के बाहर के डाटा के आदान-प्रदान हेतु आज हम CD, DVD और Pen Drive का प्रयोग करते हैं, किन्तु इन डिवाइसों के आविष्कार के पूर्व इस कार्य के लिए फ्लॉपी डिस्क का प्रयोग किया जाता था।
संसार का पहला फ्लॉपी डिस्क सन् 1970 में बना जिसकी स्टोरज क्षमता (Store Capacity) सिर्फ 75.79 KB थी।
अब तक लगभग 17 अरब डिवाइसों में इन्टरनेट प्रयोग किया चुका है।
आईबीएम के डीप ब्लू कम्प्युटर ने शतरंज के विश्व चैम्पयन गैरी कास्परोव को पराजित किया था। यह 1 सेकेण्ड में शतरंज की 20 करोड़ चालें सोच सकता है।
विश्व का सबसे तेज सुपर कम्प्यूटर आईबीएम का ब्लू जीन है जो 478.2 ट्रिलियन गणनाएं प्रति सेकेण्ड कर सकता है।
भारत का सबसे जेज सुपर कम्प्यूटर एका है। जिसका विकास टाटा समुह की सीआरएल पुणे द्वारा किया गया। यह विश्व का चैथा तेज सुपर कम्प्युटर है।
Abacus
Abacus गणना करने के लिए प्रयोग में लाया जाने वाला अति प्राचीन यंत्र जिससे अंकों को जोड़ा व घटाया दोनों जाता है।
Accessory
यह प्रोसेसिंग के लिए एक आवश्यक संसाधन होते हैं जिन्हें सहायक यन्त्र भी कहा जाता है। जैसे- वेब कैमरा, फ्लापी डिस्क, स्कैनर, पेन ड्राइव आदि
Access Control
सूचना और संसाधनों की की सुरक्षा के लिए प्रयुक्त की गई विधि जिसके द्वारा अनाधिकृत यूजर को सूचना और निर्देशों को पहुंचने से रोकता है।
Access Time
यूजर द्वारा मेमोरी से डाटा प्राप्त करने के लिए दिए गए निर्देश और डाटा प्राप्त होने तक के बीच के समय को Access time कहते हैं।
Accumulator
एक प्रकार का रजिस्टर जो प्रोसेसिंग के दौरान डाटा और निर्देशों को संग्रहीत करता है।
Active Device
वह उपकरण है जिसमें कोई कार्य वैद्युत् प्रवाह द्वारा सम्पादित किया जाता है।
Active Cell
MS Excel में प्रयोग होने वाला वह खाना है, जिसमें यूजर डाटा लिखता है।
Active Window
कम्प्यूटर में उपस्थित वह विंडो, जो यूजर द्वारा वर्तमान समय में सक्रिय है।
Adapter
दो या दो से अधिक उपकरणों या संसाधनों के बीच सामंजस्य बनाने के लिए प्रयुक्त की जाने वाली युक्ति।
Adder
एक प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, जिसके द्वारा दो या दो से अधिक संख्याओं को जोड़ा जा सकता है।
Address
वह पहचान चिन्ह जिसके द्वारा डाटा की स्थिति का पता चलता है।
Algorithm
कम्प्यूटर को दिया जाने वाला अनुदेशों का वह क्रम जिसके द्वारा किसी कार्य को पूरा किया जाता है।
Alignment
डाटा में पैराग्राफ को व्यवस्थित करने की प्रक्रिया।
Alphanumeric
(A-Z) तक के अक्षरों और (0-9) अंकों के समूह को Alphanumeric कहते हैं।
Analog
भौतिक राशि की वह मात्रा जो लगातार तरंगीय रूप में परिवर्तित होती है।
Analog Computer
जिस कम्प्यूटर में डाटा भौतिकीय रूप से प्रयुक्त किया जाता है।
Antivirus
कम्प्यूटर का दोषपूर्ण प्रोग्राम से होने वाली क्षति को बचाने वाला प्रोग्राम।
Application Software
किसी विशेष कार्य के लिए बनाए गए एक या एक से अधिक प्रोग्रामों का समूह।
Artificial Intelligence
मानव की तरह सोचने, समझने और तर्क करने की क्षमता के विकास को कम्प्यूटर में Artificial Intelligence कहते हैं।
ASCII (American Standard Code For Information Interchange)
वह कोड जिसके द्वारा अक्षरों तथा संख्याओं को 8 बिट के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।
Assembler
वह प्रोग्राम जो असेम्बली भाषा को मशीनी भाषा में परिवर्तित करता है।
Assembly Language
एक प्रकार की कम्प्यूटर भाषा जिसमें अक्षरों और अंकों को छोटे-छोटे कोड में लिखा जाता है।
Asynchronous
डाटा भेजने की एक पद्घति, जिसमें डाटा को नियमित अन्तराल में अपनी सुविधानुसार भेजा जा सकता है।
Authentication
वह पद्घति, जिसके द्वारा कम्प्यूटर के वैद्यता की पहचान की जाती है।
Auto Cad
एक सॉफ्टवेयर जो रेखा चित्र और ग्राफ स्वत: तैयार करता है।
Audio-Visual
ऐसी सूचना और निर्देश, जिन्हें हम देख सुन सकते हैं पर प्रिंट नहीं निकाल सकते।
Automation
किसी डाटा या सूचना का स्वत: ही प्रोसेस होना।
BASIC
यह एक उच्चस्तरीय, अत्यन्त उपयोगी व सरल भाषा है, जिसका प्रयोग सभी कम्प्यूटरों में होता है।
Binary
गणना करने के लिए प्रयोग की जाने वाली संख्या प्रणाली।
Bit
बाइनरी अंक (0-1) को संयुक्त रूप से बिट कहा जाता है, यह कम्प्यूटर की सबसे छोटी इकाई है।
Bite
8 बिटों को सम्मिलित रूप से बाइट कहा जाता है। एक किलोबाइट में 1024 बाइट होती हैं।
Backbone
कम्प्यूटर नेटवर्क में अन्य कम्प्यूटरों को आपस में जोडऩे वाली मुख्य लाइन।
Background Processing
निम्न प्राथमिकता वाले प्रोग्राम को उच्च प्राथमिकता वाले प्रोग्राम में बदलने की क्रिया।
Back Up
सामान्यत: Back Up कोई भी प्रोग्राम हो सकता है, जिसके द्वारा कम्प्यूटर को खराब होने से बचाया जा सकता है।
Bad Sector
स्टोरेज डिवाइस में वह स्थान जहां पर डाटा लिखा या पढ़ा नहीं जा सकता।
Band Width
डाटा संचरण में प्रयोग की जाने वाली आवृत्ति की उच्चतम और निम्नतम सीमा का अन्तर Band Width कहलाता है।
Base
संख्या पद्वति में अंकों को व्यक्त करने वाले चिन्हों को कहा जाता है।
Batch File
Dos ऑपरेटिंग सिस्टम में प्रोग्राम की वह फाइल जो स्वंय संपादित होती है।
Band
वह इकाई जो डाटा संचारण की गति को मापता है।
1 Band= 1 Bite/sec
Blinking
किसी बिंदु पर कर्सर की स्थिति को Blinking कहते हैं।
Device
वह डिवाइस जो दो व्यक्तियों के भौतिक गुणों में अंतर कर सकने में सक्षम हो।
Bernoulli Disk
वह चुम्बकीय डिस्क जो रीड व राइट दोनों में ही सक्षम है, डाटा भण्डारण के लिए प्रयोग की जाती है।
Broad Band
कम्प्यूटर नेटवर्क जिसके संचरण की गति 1 मिलियन बिट्स प्रति सेकेण्ड या इससे अधिक होती है।
Browse
जब इंटरनेट पर किसी वेबसाइट को खोजा जाता है तो उस प्रक्रिया को क्चह्म्श2ह्यद्ग कहते हैं।
Bridge Ware
यह सॉफ्टवेयर हैं जिसके द्वारा कम्प्यूटरों के मध्य सामंजस्य स्थापित किया जाता है।
Bubble Memory
जिसमें डाटा को स्टोर करने के लिए चुम्बकीय माध्यमों का प्रयोग किया जाता है।
Buffer
एक प्रकार की डाटा स्टोरेज डिवाइस है, जो कम्प्यूटर के विभिन्न प्रकार के उपकरणों के बीच डाटा- स्थानन्तरण की गति को एक समान बनाता है।
Burning
वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा क्रह्ररू में डाटा लिखा जाता है।
Bus
एक प्रकार का मार्ग है जो डाटा या इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले कर जाता है।
Blue Tooth
एक लघु रेडियो ट्रांसमीटर होता है जिसके द्वारा सूचनाओं का आदान- प्रदान किया जाता है।
Boot
ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा किया जाने वाला सबसे प्रारम्भिक कार्य क्चशशह्ल कहलाता है।
Chip
Chip सामान्यत: सिलिकॉन अथवा अन्य अद्र्घचालकों से बना छोटा टुकड़ा होता है, जिस पर विभिन्न प्रकार के कार्यों को पूरा करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बने होते हैं।
Computer Program
किसी कार्य को विधिवत तरीके से पूर्ण करने के लिए कई प्रकार के प्रोग्राम बनाये जाते हैं, जिन्हें Computer Program कहा जाता हैं। सामान्यत: Computer Program विभिन्न प्रकार की सूचनाओं का समूह होता है।
Cyber Space
Cyber Space द्वारा कम्प्यूटर नेटवर्क में उपस्थित सूचनाओं का आदान-प्रदान पूरे विश्व में किया जाता है।
CD-R/W
इसे विस्तृत रूप से Compact Disk - Read/Write कहा जाता है। यह एक Storage Device है। जिसमें डाटा को बार-बार लिखा तथा पढ़ा जा सकता है।
CD-R
इसे विस्तृत रूप से Compact Disk - Recordable कहा जाता है। इस Storage Device में डाटा केवल पढ़ा जा सकता हैं। लेकिन Store डाटा में कोई भी परिवर्तन नहीं किया जा सकता है।
CD ROM Juke Box
इसे विस्तृत रूप से Compact Disk Read Only Memory Juke Box कहते है। इस Storage Device में अनेक प्रकार की सीडियां, ड्राइव्स, डिस्कस आदि सम्मिलित होती है।
Cell
Row और Column से निर्मित भाग को Cell कहा जाता है।
CPU
इसका विस्तृत रूप Central Processing Unit Processing हैं। यह कम्प्यूटर में होने वाली सभी क्रियाओं की प्रोसेसिंग करता है। यह कम्प्यूटर का दिमाग कहलाता है।
Character Printer
इसकी विशेषता यह है कि यह एक बार में केवल एक ही कैरेक्टर (जैसे-अंक, अक्षर अथवा कोई भी चिन्ह) प्रिन्ट करता हैं।
Chat - इंटरनेट के द्वारा दूर स्थिर अपने मित्र या सगे-सम्बंधियों से वार्तालाप करना, Chat कहलाता हैं।
Channel Map - वह प्रोग्राम, जो अक्षरों, अंकों के समूह को दर्शाता है, Channel Map कहलाता है।
Check Box - वह प्रोग्राम, जिसके द्वारा किसी कार्य को सक्रिय या निष्क्रिय किया जाता हैं। ये प्रोग्राम विण्डोज के GUI (ग्राफिकल यूजर इंटरफेस) में प्रयुक्त किये जाते हैं।
Client Computer - वह कम्प्यूटर, जो नेटवर्क में सर्वर को सेवा प्रदान करता हैं, Client Computer कहलाता है।
Clip Art - कम्प्यूटर में उपस्थित रेखा चित्र का समूह Clip Art कहलाता है।
Component - यूटलिटी सॉफ्टवेयर के अन्र्तगत प्रयुक्त होने वाले पुर्जे Component कहलाते हैं।
Compile - उच्च स्तरीय तथा निम्न स्तरीय भाषाओं को मशीनी भाषा में बदलना Compile करना कहलाता है।
Compiler - Compiler उच्च स्तरीय भाषा को मशीनी भाषा में बदलने के लिए प्रयुक्त किया जाता है।
Compatible - विभिन्न प्रकार के कम्प्यूटरों को एक-साथ जोड़कर उनमें सामंजस्य बैठाना।
Communication Protocol - कार्य को सरल तथा सुविधाजनक बनाने के लिए कई प्रकार के नियम बनाये जाते हैं, जिन्हें कम्प्यूटर भाषा में Communication Protocol कहते हैं।
Common Carriers - एक संस्था, जो डाटा संचरण की सुविधा प्रदान करती है।
Command - कम्प्यूटर में किसी कार्य को पूरा करने के लिए जब कोई निर्देश दिया जाता है, तो उसे Command देना कहते हैं।
Cold Fault - कम्प्यूटर पर काम करते-करते अचानक दोष उत्पन्न हो जाना, परन्तु कम्प्यूटर को दोबारा ऑन करने पर दोष का दूर हो जाना Cold Fault कहलाता हैं।
Cold Boot - दिए गए नियमों द्वारा कार्य सम्पन्न करने की विधि Cold Boot कहलाती है।
Coding - प्रोग्रामिंग भाषा में अनुदेशों को लिखने की क्रिया Coding कहलाती है।
Co-axial Cable - एक विशेष तार, जिसे डाटा संचरण के लिए प्रयुक्त किया जाता है। Co-axial Cable में एक केन्द्रीय तार तथा उसके चारों ओर तारों की जाली होती है।
Clock - मदरबोर्ड पर स्थित डिजिटल संकेतों को उत्पन्न करने वाली घड़ी।
Clip Board - Clip Board कम्प्यूटर की मेमोरी में आरक्षित वह स्थान होता हैं, जहां किसी भी कार्य को सम्पन्न करने के लिए निर्देश दिए होते हैं।
Composite Video - इसके द्वारा रंगीन आउटपुट प्राप्त होता है।
Computer - गणना करने वाला एक यन्त्र, जो ह्यद्गह्म् द्वारा प्राप्त निर्देशों की प्रोसेसिंग करके उसका उपयुक्त परिणाम आउटपुट डिवाइस के द्वारा प्रदर्शित करता है।
Computer Aided Desin (CAD) - वह सॉफ्टवेयर, जिसका प्रयोग डिजाइन बनाने अथवा डिजाइनिंग करने के लिए किया जाता है।
Computer Aided Manufacturing (CAM) - वह सॉफ्टवेयर, जिसका प्रयोग प्रबन्धक, नियन्त्रक आदि के कार्यों के लिए किया जाता है।
Computer Literacy - कम्प्यूटर में होने वाले कार्य तथा उन्हें करने का ज्ञान होना Computer Literacy कहलाता है।
Computer Network - दो या दो से अधिक कम्प्यूटरों को एक साथ जोड़कर बनाये जाने वाले यन्त्र को Computer Network कहते हैं।
Computer System - उपकरणों का समूह (जैसे - मॉनीटर, माउस, की-बोर्ड आदि) Computer System कहलाता है।
Console - Console एक प्रकार का टर्मिनल हैं, जो मुख्य कम्प्यूटर से जुड़ा होता है तथा कम्प्यूटर में होने वाले कार्यों पर नियन्त्रण रखता है।
Control Panel - Control Panel एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जिसके ऊपर बहुत-से बटन लगे होते हैं। इसके द्वारा कार्य का दिशा- निर्देशन होता है।
Cylinder - Cylinder दो या दो से अधिक ट्रैकों का समूह होता है।
Cut - मॉनीटर पर उपस्थित डाटा को डिलीट करने के लिए प्रयुक्त कमाण्ड।
Cursor Control Key - यह की-बोर्ड में Cursor को नियंत्रित करने के लिए प्रयुक्त Key है। माउस खराब हो जाने पर इस Key का प्रयोग मुख्य रूप से किया जाता है।
Cryptography - किसी डाटा तथा निर्देशों को Password के द्वारा संरक्षित कर देने तथा आवश्यकता पडऩे पर पुन: Save किये गये डाटा तथा निर्देश को प्राप्त करने की प्रक्रिया को Cryptographyकहा जाता है।
Corel Draw - डिजाइन तैयार करने के लिए प्रयोग किये जाने वाले सॉफ्टवेयर को Corel Draw कहा जाता हैं। इसका प्रयोग मुख्यत: DTP (डेस्कटॉप पब्लिशिंग) के लिये किया जाता है।
Data - निर्देश तथा सूचनायें, जिन्हें कम्प्यूटर में स्टोर या अन्य कार्यों को करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
Database - बहुत-सी सूचनाओं का संग्रह Database कहलाता है। Database के द्वारा वांछित सूचना को कम्प्यूटर की स्क्रीन पर प्राप्त किया जा सकता है।
Data Base Management System (DBMS) - DBMS बहुत से प्रोग्रामों का समूह होता है। जिसके द्वारा डाटा को व्यवस्थित करने, सूचना देने अथवा उसमें परिवर्तन करने आदि कार्य सरलतापूर्वक किये जाते हैं।
Data Entry - डाटा तथा निर्देशों को कम्प्यूटर में संगृहित करना Data Entry कहलाता है।
Data Processing - डाटा तथा निर्देशों को आवश्यकतानुसार प्रयोग में लाकर आउटपुट प्राप्त करना अथवा डाटा को व्यवस्थित करना Data Processing कहलाता है।
Data Redundancy - एक फाइल, एक या एक से अधिक बार अलग-अलग नामों से कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर में Save करना Data Redundancy कहलाता है।
Data Transfer Rate - यूजर द्वारा दिए गए डाटा तथा निर्देशों को सहायक मेमोरी से मुख्य मेमोरी अथवा एक कम्प्यूटर से दूसरे कम्प्यूटर में पहुंचाने की दर को Data Transfer Rate (डाटा स्थानान्तरण दर) कहते हैं।
Daughter Board - Main Board के साथ जुडऩे वाला सहायक Board Daughter Board कहलाता है। Daughter Board एक सर्किट बोर्ड होता है।
Debugging - दिए गए डाटा तथा प्रोग्राम में गलतियों को ढूंढऩे तथा उन्हें सुधारने की क्रिया Debugging कहलाती है।
Debugger - Debugging को प्रयोग करने के लिए प्रयुक्त किए जाने वाले सॉफ्टवेयर Debugger कहलाते हैं।
Decision Box - Decision Box का फ्लोचार्ट बनाने में किया जाता है। इसके अन्तर्गत दो Condition होती हैं - 1 हां, 2 व ना, जिनमें से एक Condition को चुनना होता है। यह फ्लोचार्ट के मध्य में प्रयोग किया जाता है।
Decision Logic - किसी डाटा या प्रोग्राम में दो या अधिक विकल्पों को चुनना Decision Logic कहलाता है।
Decoder - यह Device कम्प्यूटर को दिये डाटा को पढ़कर उनकी प्रोसेसिंग के लिए स्वत: ही निर्देश देती है।
Dedicated Line - यह प्राइवेट टेलीफोन लाइन होती है, जो ध्वनि/डाटा के स्थानान्तरण के लिए प्रयोग की जाती है।
Delete - किसी सॉफ्टवेयर में उपस्थित डाटा में से अवांछित डाटा को हटाना।
Demodulation - इसके द्वारा मॉडुलेट किए गए डाटा माध्यम से अलग किये जाते हैं, जिससे उस डाटा का पुन: प्रयोग किया जा सके। Demodulation के द्वारा एनालॉग क्रिया को डिजिटल में परिवर्तित किया जा सकता है।
Desk Top - कम्प्यूटर को ऑन करने के तुरन्त बाद कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखायी देने वाला आउटपुट Desk top कहलाता है।
Desk Top Publishing (DTP) - यह एक एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर है। जिसका प्रयोग आमतौर पर प्रकाशन कार्यों में किया जाता है।
Dialogue Box - इसका प्रयोग कम्प्यूटर तथा यूजर के मध्य संवाद करने के लिए किया जाता है। Dialogue Box विण्डोज सॉफ्टवेयर में प्रयोग किया जाता है।
Dial Up Line - वह लाइन, जिसके द्वारा संचार व्यवस्था स्थापित की जाती है, Dial Up Line कहलाती है।
Digit - कोई भी अंक, चिन्ह, जिसका प्रयोग संख्या पद्घति में किया जाता है।
Digital Computer - इन कम्प्यूटरों में इलेक्ट्रॉनिक संकेतों का प्रयोग किया जाता है। आधुनिक युग में प्रयुक्त कम्प्यूटर Digital Computer ही है।
Digital Signal - इसके द्वारा निर्देशों तथा डाटा को बाइनरी संख्या पद्घति में परिवर्तित किया जाता है।
Digital Video Disk - यह एक भण्डारण युक्ति है। जिसमें सूचनाओं को पढऩे तथा लिखने के लिए लेजर किरणों का प्रयोग किया जाता है। जिस कारण इसे प्रकाशीय डिस्क भी कहते हैं।
Digitiser - रेखीय डाटा को अंकीय रूप में परिवर्तित करने के लिए Digitiser का प्रयोग किया जाता है।
Disc - एक वृत्त के आकार का यंत्र, जिसका प्रयोग डाटा तथा निर्देशों को सूचनाओं के रूप में संग्रहीत करने के लिए किया जाता है।
Disk Array - हार्ड डिस्क के बहुत से समूह, उनके नियंत्रक तथा ड्राइव को सम्मिलित रूप से Disk Array कहते हैं। सम्मिलित समूह के कारण इसकी संग्रह क्षमता अत्यधिक होती है। Disk Array को RAID (रेड) भी कहा जाता है।
Disk Drive - वह डिस्क, जिसके द्वारा संगृहित डाटा पढ़ा व लिखा जा सकता है, Disk Drive कहलाता है।
Diskette - फ्लॉपी डिस्क को ही Diskette कहा जाता है। यह एक पतली, लोचदार चुम्बकीय डिस्क है। जिसे डाटा भण्डारण के लिए प्रयोग किया जाता है।
Disk Operating System (DOS) - वह ऑपरेटिंग सिस्टम जिसके द्वारा कम्प्यूटर को Boot किया जाता है तथा कम्प्यूटर का नियन्त्रण किया जाता है, Disk Operating System कहलाता है।
Disk Pack - दो या अधिक चुम्बकीय डिस्क का समूह, जिसेशॉफ्ट (Shaft) पर लगाकर, भण्डारण युक्ति के लिए प्रयोग किया जाता है।
Display Unit - यह एक आउटपुट डिवाइस है। जिसे मॉनीटर भी कहा जाता है। यह अपनी स्क्रीन पर डाटा और परिणामों को प्रदर्शित करता है।
Domain Name - वह विशिष्ट नाम, जो सामान्य नियमों तथा प्रक्रियाओं द्वारा इंटरनेट पर किसी वेबसाइट का नाम बताता है।
Dots Per Inch (DPI) - Dot Printers में DPI का प्रयोग आवश्यक रूप से किया जाता है। ये प्रति एक इंच में उपस्थित बिन्दुओं की संख्या है, जो ऊध्र्वाधर तथा क्षैतिज रूप में होती है।
Dot Pitch - कम्प्यूटर की स्क्रीन पर एक मिलीमीटर के क्षेत्र में उपस्थित कुल बिन्दुओं की संख्या को Dot Pitch कहते है।
Drag - माउस द्वारा डाटा के किसी भाग को सेलेक्ट करके एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानान्तरित करने की क्रिया Drag कहलाती है।
Dumb terminal - वह टर्मिनल, जिसकी स्वत: प्रोसेसिंग नहीं होती, बल्कि सहायक Terminals के द्वारा इसकी प्रोसेसिंग की जाती है।
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