Friday, 18 May 2018

राज्यव्यवस्था - मौलिक अधिकार

राज्यव्यवस्था - मौलिक अधिकार

संविधान के भाग 3 में सन्निहित मूल अधिकार, सभी भारतीयों के लिए नागरिक अधिकार सुनिश्चित करते हैं और सरकार को व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अतिक्रमण करने से रोकने के साथ नागरिकों के अधिकारों की समाज द्वारा अतिक्रमण से रक्षा करने का दायित्व भी राज्य पर डालते हैं। संविधान द्वारा मूल रूप से सात मूल अधिकार प्रदान किए गए थे- समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, धर्म, संस्कृति एवं शिक्षा की स्वतंत्रता का अधिकार, संपत्ति का अधिकार तथा संवैधानिक उपचारों का अधिकार। हालांकि, संपत्ति के अधिकार को 1978 में 44वें संशोधन द्वारा संविधान के तृतीय भाग से हटा दिया गया था

1. समानता का अधिकार

A. अनुच्छेद 14 कानून के समक्ष समानता की गारंटी देता है, इसके साथ ही भारत की सीमाओं के अंदर सभी व्यक्तियों को कानून का समान संरक्षण प्रदान करता है। इस में कानून के प्राधिकार की अधीनता सबके लिए समान है, साथ ही समान परिस्थितियों में सबके साथ समान व्यवहार। उत्तरवर्ती में राज्य वैध प्रयोजनों के लिए व्यक्तियों का वर्गीकरण कर सकता है, बशर्ते इसके लिए यथोचित आधार मौजूद हो, जिसका अर्थ है कि वर्गीकरण मनमाना न हो, वर्गीकरण किये जाने वाले लोगों में सुगम विभेदन की एक विधि पर आधारित हो, साथ ही वर्गीकरण के द्वारा प्राप्त किए जाने वाले प्रयोजन का तर्कसंगत संबंध होना आवश्यक है।

B. अनुच्छेद 15 केवल धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग, जन्म स्थान, या इनमें से किसी के ही आधार पर भेदभाव पर रोक लगाता है। अंशतः या पूर्णतः राज्य के कोष से संचालित सार्वजनिक मनोरंजन स्थलों या सार्वजनिक रिसोर्ट में निशुल्क प्रवेश के संबंध में यह अधिकार राज्य के साथ-साथ निजी व्यक्तियों के खिलाफ भी प्रवर्तनीय है। हालांकि, राज्य को महिलाओं और बच्चों या अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति सहित सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के नागरिकों के लिए विशेष प्रावधान बनाने से राज्य को रोका नहीं गया है। इस अपवाद का प्रावधान इसलिए किया गया है क्योंकि इसमें वर्णित वर्गो के लोग वंचित माने जाते हैं और उनको विशेष संरक्षण की आवस्यकता है।अनुच्छेद 16 सार्वजनिक रोजगार के संबंध में अवसर की समानता की गारंटी देता है और राज्य को किसी के भी खिलाफ केवल धर्म, नस्ल, जाति, लिंग, वंश, जन्म स्थान या इनमें से किसी एक के आधार पर भेदभाव करने से रोकता है। किसी भी पिछड़े वर्ग के नागरिकों का सार्वजनिक सेवाओं में पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनुश्चित करने के लिए उनके लाभार्थ सकारात्मक कार्रवाई के उपायों के कार्यान्वयन हेतु अपवाद बनाए जाते हैं, साथ ही किसी धार्मिक संस्थान के एक पद को उस धर्म का अनुसरण करने वाले व्यक्ति के लिए आरक्षित किया जाता है।

C. अस्पृश्यता की प्रथा को अनुच्छेद 17 के अंतर्गत एक दंडनीय अपराध घोषित कर किया गया है, इस उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए नागरिक अधिकार संरक्षण अधिनियम 1955 संसद द्वारा अधिनियमित किया गया है।

D. अनुच्छेद 18 राज्य को सैन्य या शैक्षणिक विशिष्टता को छोड़कर किसी को भी कोई पदवी दे्ने से रोकता है तथा कोई भी भारतीय नागरिक किसी विदेशी राज्य से कोई पदवी स्वीकार नहीं कर सकता। इस प्रकार, भारतीय कुलीन उपाधियों और अंग्रेजों द्वारा प्रदान की गई और अभिजात्य उपाधियों को समाप्त कर दिया गया है। हालांकि, भारत रत्न पुरस्कारों जैसे, भारतरत्न को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस आधार पर मान्य घोषित किया गया है कि ये पुरस्कार मात्र अलंकरण हैं और प्रप्तकर्ता द्वारा पदवी के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।

2. स्वतंत्रता का अधिकार

A. अनुच्छेद 19 नागरिक अधिकारों के रूप में छः प्रकार की स्वतंत्रताओं की गारंटी देता है जो केवल भारतीय नागरिकों को ही उपलब्ध हैं। इनमें शामिल हैं भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, एकत्र होने की स्वतंत्रता, हथियार रखने की स्वतंत्रता, भारत के राज्यक्षेत्र में कहीं भी आने-जाने की स्वतंत्रतता, भारत के किसी भी भाग में बसने और निवास करने की स्वतंत्रता तथा कोई भी पेशा अपनाने की स्वतंत्रता। ये सभी स्वतंत्रताएं अनुच्छेद 19 में ही वर्णित कुछ उचित प्रतिबंधों के अधीन होती हैं, दिन्हें राज्य द्वारा उन पर लागू किया जा सकता है। किस स्वतंत्रता को प्रतिबंधित किया जाना प्रस्तावित है, इसके आधार पर प्रतिबंधों को लागू करने के आधार बदलते रहते हैं, इनमें शामिल हैं राष्ट्रीय सुरक्षा, सार्वजनिक व्यवस्था, शालीनता और नैतिकता, न्यायालय की अवमानना, अपराधों को भड़काना और मानहानि। आम जनता के हित में किसी व्यापार, उद्योग या सेवा का नागरिकों के अपवर्जन के लिए राष्ट्रीयकरण करने के लिए राज्य को भी सशक्त किया गया है।

B. अनुच्छेद 19 द्वारा गारंटीशुदा स्वतंत्रताओं की आगे अनुच्छेद 20 से 22 द्वारा रक्षा की जाती है। इन अनुच्छेदों के विस्तार, विशेष रूप से निर्धारित प्रक्रिया के सिद्धांत के संबंध में, पर संविधान सभा में भारी बहस हुई थी। विशेष रूप से बेनेगल नरसिंह राव ने यह तर्क दिया कि ऐसे प्रावधान को लागू होने से सामाजिक कानूनों में बाधा आएगी तथा व्यवस्था बनाए रखने में प्रक्रियात्मक कठिनाइयां उत्पन्न होंगी, इसलिए इसे पूरी तरह संविधान से बाहर ही रखा जाए।

C. अनुच्छेद 20 अपराधों के लिए दोषसिद्धि के संबंध में संरक्षण प्रदान करता है, जिनमें शामिल हैं पूर्वव्यापी कानून व दोहरे दंड के विरुद्ध अधिकार तथा आत्म-दोषारोपण से स्वतंत्रता प्रदान करता है।

D. अनुच्छेद 21,यह जापान से लिया गया है। जो विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के अनुसार होने वाली कार्यवाही को छोड़ कर, जीवन या व्यक्तिगत संवतंत्रता में राज्य के अतिक्रमण से बचाता है, के अर्थ को 1978 तक कार्यकारी कार्यवाही तक सीमित समझा गया था।

E. हालांकि, 1978 में, मेनका गांधी बनाम भारत संघ के मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने अनुच्छेद 21 के संरक्षण को विधाई कार्यवाही तक बढ़ाते हुए निर्णय दिया कि किसी प्रक्रिया को निर्धारित करने वाला कानून उचित, निष्पक्ष और तर्कसंगत होना चाहिए, और अनुच्छेद 21 में निर्धारित प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से पढ़ा। इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि अनुच्छेद 21 के अंतर्गत “जीवन” का अर्थ मात्र एक “जीव के अस्तित्व” से कहीं अधिक है; इसमें मानवीय गरिमा के साथ जीने का अधिकार तथा वे सब पहलू जो जीवन को “अर्थपूर्ण, पूर्ण तथा जीने योग्य” बनाते हैं, शामिल हैं। इस के बाद की न्यायिक व्याख्याओं ने अनुच्छेद 21 के अंदर अनेक अधिकारों को शामिल करते हुए इसकी सीमा का विस्तार किया है जिनमें शामिल हैं आजीविका, स्वच्छ पर्यावरण, अच्छा स्वास्थ्य, अदालतों में तेवरित सुनवाई तथा कैद में मानवीय व्यवहार से संबंधित अधिकार। प्राथमिक स्तर पर शिक्षा के अधिकार को 2002 के 86वें संवैधानिक संशोधन द्वारा अनुच्छेद 21 ए में मूल अधिकार बनाया गया है।

F. अनुच्छेद 22 गिरफ्तार हुए और हिरासत में लिए गए लोगों को विशेष अधिकार प्रदान करता है, विशेष रूप से गिरफ्तारी के आधार सूचित किए जाने, अपनी पसंद के एक वकील से सलाह करने, गिरफ्तारी के 24 घंटे के अंदर एक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किए जाने और मजिस्ट्रेट के आदेश के बिना उस अवधि से अधिक हिरासत में न रखे जाने का अधिकार। संविधान राज्य को भी अनुच्छेद 22 में उपलब्ध रक्षक उपायों के अधीन, निवारक निरोध के लिए कानून बनाने के लिए अधिकृत करता है। निवारक निरोध से संबंधित प्रावधानों पर संशयवाद तथा आशंकाओं के साथ चर्चा करने के बाद संविधान सभा ने कुछ संशोधनों के साथ 1949 में अनिच्छा के साथ अनुमोदन किया था। अनुच्छेद 22 में प्रावधान है कि जब एक व्यक्ति को निवारक निरोध के किसी भी कानून के तहत हिरासत में लिया गया है, ऐसे व्यक्ति को राज्य केवल तीन महीने के लिए परीक्षण के बिना गिरफ्तार कर सकता है, इससे लंबी अवधि के लिए किसी भी निरोध के लिए एक सलाहकार बोर्ड द्वारा अधिकृत किया जाना आवश्यक है। हिरासत में लिए गए व्यक्ति को भी अधिकार है कि उसे हिरासत के आधार के बारे में सूचित किया जाएगा और इसके विरुद्ध जितना जल्दी अवसर मिले अभ्यावेदन करने की अनुमति दी जाएगी।

3. शोषण के खिलाफ अधिकार

A. अनुच्छेद 23 के प्रावधान के अनुसार मानव तस्करी को प्रतिबन्धित है, इसे कानून द्वारा दंडनीय अपराध बनाया गया है, साथ ही बेगार या किसी व्यक्ति को पारिश्रमिक दिए बिना उसे काम करने के लिए मजबूर करना जहां कानूनन काम न करने के लिए या पारिश्रमिक प्राप्त करने के लिए हकदार है, भी प्रतिबंधित किया गया है।

B. अनुच्छेद 24 कारखानों, खानों और अन्य खतरनाक नौकरियों में 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के रोजगार पर प्रतिबंध लगाता है। संसद ने बाल श्रम (निषेध और विनियमन) अधिनियम, 1986 अधिनियमित किया है, जिसमें उन्मूलन के लिए नियम प्रदान करने और बाल श्रमिक को रोजगार देने पर दंड के तथा पूर्व बाल श्रमिकों के पुनर्वास के लिए भी प्रावधान दिए गए हैं।

4. धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार

A. धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार अनुच्छेद 25 से 28 में निहित है, जो सभी नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करता है और भारत में धर्मनिरपेक्ष राज्य सुनिश्चित करता है। संविधान के अनुसार, यहां कोई आधिकारिक राज्य धर्म नहीं है और राज्य द्वारा सभी धर्मों के साथ निष्पक्षता और तटस्थता से व्यवहार किया जाना चाहिए। अनुच्छेद 25 सभी लोगों को विवेक की स्वतंत्रता तथा अपनी पसंद के धर्म के उपदेश, अभ्यास और प्रचार की स्वतंत्रता की गारंटी देता है। हालांकि, यह अधिकार सार्वजनिक व्यवस्था, नैतिकता और स्वास्थ्य तथा राज्य की सामाजिक कल्याण और सुधार के उपाय करने की शक्ति के अधीन होते हैं।

B. अनुच्छेद 26 सभी धार्मिक संप्रदायों तथा पंथों को सार्वजनिक व्यवस्था, नैतिकता तथा स्वास्थ्य के अधीन अपने धार्मिक मामलों का स्वयं प्रबंधन करने, अपने स्तर पर धर्मार्थ या धार्मिक प्रयोजन से संस्थाएं स्थापित करने और कानून के अनुसार संपत्ति रखने, प्राप्त करने और उसका प्रबंधन करने के अधिकार की गारंटी देता है। ये प्रावधान राज्य की धार्मिक संप्रदायों से संबंधित संपत्ति का अधिग्रहण करने की शक्ति को कम नहीं करते। राज्य को धार्मिक अनुसरण से जुड़ी किसी भी आर्थिक, राजनीतिक या अन्य धर्मनिरपेक्ष गतिविधि का विनियमन करने की शक्ति दी गई है।

C. अनुच्छेद 27 की गारंटी देता है कि किसी भी व्यक्ति को किसी विशेष धर्म या धार्मिक संस्था को बढ़ावा देने के लिए टैक्स देने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता।

D. अनुच्छेद 28 पूर्णतः राज्य द्वारा वित्तपोषित शैक्षिक संस्थाओं में धार्मिक शिक्षा का निषेध करता है तथा राज्य से वित्तीय सहायता लेने वाली शैक्षिक संस्थाएं, अपने किसी सदस्य को उनकी (या उनके अभिभावकों की) स्वाकृति के बिना धार्मिक शिक्षा प्राप्त करने या धार्मिक पूजा में भाग लेने के लिए मजबूर नहीं कर सकतीं।

5. सांस्कृतिक और शैक्षिक अधिकार

A. अनुच्छेद 29 अपनी विशिष्ट भाषा, लिपि और संस्कृति रखने वाले नागरिकों के किसी भी वर्ग को उनका संरक्षण और विकास करने का अधिकार प्रदान करता है, इस प्रकार राज्य को उन पर किसी बाह्य संस्कृति को थोपने से रोकता है। यह राज्य द्वारा चलाई जा रही या वित्तपोषित शैक्षिक संस्थाओं को, प्रवेश देते समय किसी भी नागरिक के साथ केवल धर्म, मूलवंश, जाति, भाषा या इनमें से किसी के आधार पर भेदभाव करने से भी रोकता है। हालांकि, यह सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए राज्य द्वारा उचित संख्या में सीटों के आरक्षण तथा साथ ही एक अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा चलाई जा रही शैक्षिक संस्था में उस समुदाय से संबंधिक नागरिकों के लिए 50 प्रतिशत तक सीटों के आरक्षण के अधीन है।

B. अनुच्छेद 30 सभी धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यकों को अपनी स्वयं की संस्कृति को बनाए रखने और विकसित करने के लिए अपनी पसंद की शैक्षिक संस्थाएं स्थापित करने और चलाने का अधिकार प्रदान करता है और राज्य को, वित्तीय सहायता देते समय किसी भी संस्था के साथ इस आधार पर कि उसे एक धार्मिक या सांस्कृतिक अल्पसंख्यक द्वारा चलाया जा रहा है, भेदभाव करने से रोकता है। हालांकि शब्द “अल्पसंख्यक” को संविधान में परिभाषित नहीं किया गया है, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा की गई व्याख्या के अनुसार इसका अर्थ है कोई भी समुदाय जिसके सदस्यों की संख्या, जिस राज्य में अनुच्छेद 30 के अंतर्गत अधिकार चाहिए, उस राज्य की जनसंख्या के 50 प्रतिशत से कम हो। इस अधिकार का दावा करने के लिए, यह जरूरी है कि शैक्षिक संस्था को किसी धार्मिक या भाषाई अल्पसंख्यक द्वारा स्थापित और प्रशासित किया गया हो। इसके अलावा, अनुच्छेद 30 के तहत अधिकार का लाभ उठाया जा सकता है, भले ही स्थापित की गई शैक्षिक संस्था स्वयं को केवल संबंधित अल्पसंख्यक समुदाय के धर्म या भाषा के शिक्षण तक सीमित नहीं रखती, या उस संस्था के अधिसंख्य छात्र संबंधित अल्पसंख्यक समुदाय से संबंध नहीं रखते हों। यह अधिकार शैक्षिक मानकों, कर्मचारियों की सेवा की शर्तों, शुल्क संरचना और दी गई सहायता के उपयोग के संबंध में उचित विनियमन लागू करने की राज्य की शक्ति के अधीन है।

6. संवैधानिक उपचारों का अधिकार

A. अनुच्छेद 32 स्वयं एक मूल अधिकार के रूप में, अन्य मूल अधिकारों के प्रवर्तन के लिए गारंटी प्रदान करता है, संविधान द्वारा सर्वोच्च न्यायालय को इन अधिकारों के रक्षक के रूप में नामित किया गया है। सर्वोच्च न्यायालय को मूल अधिकारों के प्रवर्तन के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, निषेध, उत्प्रेषण और अधिकार पृच्छा (writ) जारी करने का अधिकार दिया गया है, जबकि उच्च न्यायालयों को अनुच्छेद 226 जो एक मैलिक अधिकार नहीं है मूल अधिकारों का उल्लंघन न होने पर भी इन विशेषाधिकार प्रादेशों को जारी करने का अधिकार दिया गया है। निजी संस्थाओं के खिलाफ भी मूल अधिकार को लागू करना तथा उल्लंघन के मामले में प्रभावित व्यक्ति को समुचित मुआवजे का आदेश जारी करना भी सर्वोच्च न्यायालय के क्षेत्राधिकार में है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वप्रेरणा से या जनहित याचिका के आधार पर अपने क्षेत्राधिकार का प्रयोग कर सकता है। अनुच्छेद 359 के प्रावधानों जबकि आपातकाल लागू हो, को छोड़कर यह अधिकार कभी भी निलंबित नहीं किया जा सकता।

 

 

 

 

Monday, 14 May 2018

हिंदी करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी : 11 मई 2018

हिंदी करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी : 11 मई 2018

1. हाल ही में किस देश ने ईरान के साथ वर्ष 2015 ऐतिहासिक परमाणु समझौते को समाप्त करने की घोषणा की है?

अमेरिका ने ईरान के साथ वर्ष 2015 ऐतिहासिक परमाणु समझौते को समाप्त करने की घोषणा की है| ट्रम्प ने ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंधो पर हस्ताक्षर किए और दुनिया के अन्य देशों को ईरान के विवादस्पद परमाणु हथियार कार्यक्रम में सहयोग न देने की चेतावनी दी है|

2. हाल ही में आर्मेनिया के प्रधानमंत्री के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?

आर्मेनिया के प्रधानमंत्री के रूप में निकोल पश्नीनान को नियुक्त किया गया है|निकोल सिविल कॉन्ट्रैक्ट पार्टी के नेता है| निकोल एक पूर्व समाचार पात्र संपादक है|

3. 15वें एशिया मिडिया शिखर सम्मेलन की मेजबानी किस देश को सौपी गई है?

15वें एशिया मिडिया शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत को सौपी गई है| इस शिखर सम्मेलन का आयोजन एशिया-पसिफ़िक इंस्टिट्यूट फॉर ब्रॉडकास्टिंग डेवलपमेंट (एआईबीडी) ने अपने सहयोगियों तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से किया है| इस शिखर सम्मेलन का विषय ‘टेलिंग आवर स्टोरीज: एशिया एंड मोर’रखा गया है| इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य प्रसारण और सूचना पर अपने विचार साझा करने के लिए एशिया में प्रसारकों को महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करना है|

4. एआईडीबी क्या है?

एआईडीबी एक क्षेत्रीय अंतर सरकारी संगठन है| इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विकास के क्षेत्र में यह यूएन-एस्कैप देशों की सहायता करता है| यूनेस्को के तहत वर्ष 1977 में इसे स्थापित किया गया था| मलेशिया सरकार द्वारा इसे प्रसारित किया जाता है| इसका सचिवालय कुआलालंपुर में स्थित है|

5. “इंडियन फार्माकोपिया कमीशन” क्या है?

“इंडियन फार्माकोपिया कमीशन” स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का एक स्वायत्त संस्थान है, जो भारत में निर्मित, बेचे जाने और उपभोग की जाने वाली दवाओं के मानकों को निर्धारित करता है| हाल ही में इंडियन फर्माकोपिया कमीशन ने भारतीय फर्मकोपिया के 2018 संस्करण में दवा निर्माताओं के लिए आधुनिक, पशु मुक्त परीक्षणों को मंजूरी दी है| यह दवा प्रयोगों के कारण जानवरों को पीड़ा से बचायेगा|

6. कैटी गालाघेर कौन है?

कैटी गालाघेर ऑस्ट्रेलिया में लेबर पार्टी की सीनेट सदस्य है| हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के हाईकोर्ट ने गालाघेर को दोहरी नागरिकता मामलें में अयोग्य घोषित कर दिया है| गालाघेर पर 2016 के चुनाव में अपनी ब्रिटिश नागरिकता की जानकारी नहीं देने का आरोप है।

7. हाल ही में फ्रेंच कप फुटबॉल चैंपियनशिप का ख़िताब किस टीम ने जीता है?

फ्रेंच कप फुटबॉल चैंपियनशिप का ख़िताब पेरिस सेंट जर्मेन ने जीता है| पेरिस सेंट जर्मेन ने फ्रेंच कप फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में लेस हरबियर्स को 2-0 से हराकर यह ख़िताब जीता है| पेरिस सेंट जर्मेन ने चौथी बार यह ख़िताब जीता है|

8. हाल ही में तिन हाऊ उत्सव किस देश में मनाया जा रहा है?

तिन हाऊ उत्सव हांगकांग में मनाया जा रहा है| इस उत्सव में मछुआरें मंदिरों में जाकर सुरक्षा, अच्छे नेट और बेहतर मौसम की कामना करते है| तिन हाऊ समुद्र की देवी और मछुआरों की संरक्षक संत है|

9. सेनोतोस नारिज गुफा कहाँ पर स्थित है?

सेनोतोस नारिज गुफा मैक्सिको में स्थित है| यह गुफा अडरवॉटर डाइविंग के लिए प्रसिद्ध है| सेनोतोस नारिज बड़े केव सिस्टम का प्रवेश द्वार है। यहां तक पहुंचना ही मुश्किल होता है। केव सिस्टम के अंदर जाने की इजाजत किसी को भी नहीं है।

10. पहली बार कब पता चला कि धुम्रपान करने से फेफड़ों का कैंसर होता है?

पहली बार 10 अप्रैल 1964 में पता चला कि धुम्रपान करने से कैंसर होता है| एक स्टडी के मुताबिक स्मोकिंग के बाद ब्लड के थक्के तेजी से जमते हैं। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी ने यह स्टडी की थी। पत्रकारों से भरे कमरे में सर्जन जनरल लुथर टेरी ने कहा था कि सिगरेट के सेवन से फेफड़ों का कैंसर होता है। साथ ही इससे हॉर्ट संबंधी बीमारियां भी होती है|

हिंदी करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी : 12 मई 2018

हिंदी करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी : 12 मई 2018

1. हाल ही में मलेशिया के प्रधानमंत्री के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?

मलेशिया के प्रधानमंत्री के रूप में महाथिर मोहम्मद को नियुक्त किया गया है| महाथिर मलेशिया के वरिष्ठ राजनेता है| महाथिर इससे पहले वर्ष 1981 से 2003 तक प्रधानमंत्री पद पर अपनी सेवाएँ दे चुके है| महाथिर उप-प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री तथा वित्त मंत्री के पद पर भी अपनी सेवाएँ दे चुके है| महाथिर के विपक्षी गठबंधन ने चुनाव में वादा किया था कि यदि वे सत्ताह में आते हैं तो रज्जाक की महत्वाकांक्षी योजना जीएसटी (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्से) को समाप्त कर देंगे, विदित हो कि मलेशिया में जीएसटी प्रणाली 2015 में लागू हुई थी| महाथिर प्रधानमंत्री के पद पर नियुक्त होने वाले विश्व के सबसे उम्रदराज व्यक्ति (92) है|

2. हाल ही में कोस्टा रिका के राष्ट्रपति के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?

कोस्टा रिका के राष्ट्रपति के रूप में कार्लोस अल्वाराडो को नियुक्त किया गया है| अल्वाराडो आधुनिक इतिहास में देश के सबसे युवा राष्ट्रपति है| अल्वाराडो देश की सत्तारूढ़ वामपंथी झुकाव वाली मध्यममार्गी पार्टी के उम्मीदवार हैं। कोस्टा रिका मध्य अमेरिका में स्थित एक देश है। इसकी राजधानी सान जोसे है।

3. हाल ही में राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?

राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में जसवंत सिंह विश्नोई को नियुक्त किया गया है| विश्नोई जोधपुर संसदीय सीट से सांसद व लूणी से विधायक रह चुके है| इससे पहले वह केंद्रीय ऊन विकास बोर्ड के अध्यक्ष पद पर अपनी सेवाएँ दे चुके है|

4. हाल ही में किस राज्य में फस्ट रेस्पोन्डर बाइक एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई है?

राजस्थान में फस्ट रेस्पोन्डर बाइक एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई है| जहां पर ट्रैफिक की वजह से बड़ी एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है, उन जगहों पर यह बाइक एंबुलेंस पहुंचकर मरीजों की मदद करेगी। इस बाइक एम्बुलेंस में सामान्य एम्बुलेंस की तरह फस्ट एड किट, चिकित्सकीय उपकरण एवं जीवन रक्षक दवाएं होंगी तथा प्रशिक्षित एवं समर्पित दल इस सेवा का संचालन करेंगे।

5. हाल ही में किस राज्य में लड़कियों के लिए 31 सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा की गई है?

हरियाणा में लड़कियों के लिए 31 सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा की गई है| यह कॉलेज हरियाणा के छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों के मध्य उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किये जा रहे है|

6. राजिंदर पाल सिंह कौन थे?

राजिंदर पाल सिंह दिल्ली के पूर्व क्रिकेट खिलाडी थे| इन्होनें एक टेस्ट मैच में भारत का प्रतिनिधित्व किया था| हाल ही में निधन हो गया है|

7. ललिता चटर्जी कौन थी?

ललिता चटर्जी प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री थी| इन्होनें बंगाली फिल्म ‘बिवस’ से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी| इन्होनें बॉलीवुड करियर में ‘विक्टोरिया नंबर 203′, रात अँधेरी थी’, ‘आप की कसम’, और ‘चोरी चोरी’ जैसी फिल्मों में काम किया था| हाल ही में इनका निधन हो गया है|

8. हाल ही में कोपा इटैलिया फुटबॉल टूर्नामेंट का ख़िताब किस टीम ने जीता है?

कोपा इटैलिया फुटबॉल टूर्नामेंट का ख़िताब युवेंटस की टीम ने जीता है| युवेंटस ने कोपा इटैलिया फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में एसी मिलान को 4-0 से हराकर यह ख़िताब जीता है| युवेंटस ने लगातार चौथी बार यह ख़िताब जीता है|

9. भारत ने परमाणु परीक्षण कब किये थे?

भारत ने परमाणु परीक्षण 11 मई 1998 में किये थे| ये पांच परीक्षण पाकिस्तान की सीमा से महज 150 किमी दूर राजस्थान के पोकरण में किये गए थे। इनमें 45 किलोटन का एक फ्यूजन परमाणु उपकरण शामिल था। इसे हाइड्रोजन बम के नाम से जाना जाता है। इस परमाणु परीक्षण में 15 किलोटन का विखंडन (फिशन) उपकरण और 0.2 किलोटन का सहायक उपकरण शामिल था। इन परीक्षणों के बाद जापान और अमेरिका सहित प्रमुख देशों ने भारत पर विभिन्न प्रकार के प्रतिबंध लगा दिए थे। इन परमाणु परीक्षणों के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सूचित नहीं गया था। यह भारत का दूसरा परमाणु परीक्षण था। पहला परीक्षण, कोड नाम स्माइलिंग बुद्धा (मुस्कुराते बुद्ध), मई 1974 में आयोजित किया गया था।

10. वर्ल्ड रेड क्रॉस डे कब मनाया जाता है?

वर्ल्ड रेड क्रॉस डे प्रतिवर्ष 8 मई को मनाया जाता है| यह दिवस हेनरी डुनेंट की याद में मनाया जाता है| हेनरी रेड क्रॉस की अन्तर्राष्ट्रीय समिति के संस्थापक थे| इन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था| हेनरी नोबेल शांति से पुरस्कार से सम्मानित होने पहले व्यक्ति थे|

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