Tuesday, 1 May 2018

आखिर क्या है क्रिप्टोकरेंसी 'बिटकॉइन', जानिए इसके बारे में

आखिर क्या है क्रिप्टोकरेंसी 'बिटकॉइन', जानिए इसके बारे में

क्या है डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा

इसके कई नाम हैं ई-मुद्रा भी कह सकते हैं। यानि यह आपके नोटों की तरह नहीं होती है, केवल कंप्यूटर पर ही दिखाई देती है सीधे अापके जेब में नहीं आती है इसलिये इसे डिजिटल करेंसी, वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) कहते हैं, यह 2009 में लॉन्‍च हुई थी। इसके इस्तेमाल और भुगतान के लिये क्रिप्टोग्राफी (Cryptography) का इस्तेमाल किया जाता है इसलिये इसे क्रिप्टो करेंसी (Crypto currency) भी कहा जाता है।

दुनिया की पहली क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) है। इसको जमा करना माइनिंग (Mining) कहलाता है। क्रिप्टो करेंसी को दुनिया के किसी भी कोने में आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है और किसी भी प्रकार की करेंसी में कनवर्ट किया जा सकता है जैसे डॉलर, यूरो, रूपया आदि।

इनको कोई सरकार जारी नहीं करती है इसलिए इनका कोई रेगुलेटर नहीं है। इन पर किसी का जोर नहीं चलता है।

सभी देशों की अपनी करेंसी होती है। जिसे वहां का केंद्रीय बैंक रेगुलेट करता है। बिटकॉइन किसी एक देश की करेंसी नहीं है। ये एक डिजिटल करेंसी है ये किसी बैंक में नहीं रहती है। ये क्रिप्टोकरेंसी है जो क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है। इसे डिजिटल तरीके से बनाया गया है। इसके जरिए सामान खरीदा जा सकता है। ये ट्रेड होती है इसलिए इसको बेचकर भी पैसा कमाया जा सकता है

 

रेगुलेटर नहीं

क्रिप्टोकरेंसी में सबसे लोकप्रिय बिटकाइन ही है। बिटकॉइन जैसी कई और डिजिटल करेंसी है। इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि कोई इसकी नकल नहीं कर सकता है। इनको कोई सरकार जारी नहीं करती है इसलिए इनका कोई रेगुलेटर नहीं है। इन पर किसी का जोर नहीं चलता है। इनको किसी भी देश में पेमेंट के विकल्प के तौर पर खर्च किया जा सकता है। इसका सबसे बड़ा नुकसान ये है कि अगर आपका कंप्यूटर हैक हो गया तो ये रिकवर नहीं होगी। इनके चोरी होने पर आप कहीं शिकायत नहीं कर सकते हैं।

 

बिटकॉइन क्या है

बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा यानि वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) है, आप केवल ऑनलाइन खरीददारी (Online Shopping) और लेनदेन के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे माइनिंग (Mining) द्वारा कमाया जाता है और इसे स्टोर करने के लिये बिटकॉइन वॉलेट (Bitcoin Wallet) की आवश्यकता होती है, इसे सातोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने बनाया था। आज 1 Bitcoin लगभग 11000 अमेरिकी डॉलर (US Dollar) यानि लगभग 28000 भारतीय रुपया(Indian Rupee) के बराबर है। आपको जानकार आश्चर्य होगा कि वर्ष 2014 में 1 Bitcoin की कीमत 1000 अमेरिकी डॉलर से भी ऊपर चली गयी थी। बिटकॉइन के भुगतान के लिए क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल किया जाता है।

 

बिटकॉइन जैसी 1000 करेंसी है

-बिटकॉइन के अलावा लाइट कॉयन, नेम कॉयन, रिपल, इथेरम, एनईएम, इथेरम क्लासिक, डेश, मोनेरो, जेड कैश और पीपी कॉयन जैसी 1000 क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।

-क्रिप्टो करेंसी में ट्रांजेक्शन को ट्रैक नहीं किया जा सकता है।

-इसको गुप्त रखा जा सकता है  इसलिए इसका उपयोग घोटाले, हेरफेर, टैक्सचोरी और मनी लॉन्डरिंग में भी होता है।

 

क्रिप्टोग्राफी क्या है

क्रिप्टोग्राफी एक प्रकार का कूट-लेखन (encode) है यानि जिसमें भेजे गये संदेश या बिटकॉइन या जानकारी को सांकेतिक शब्दों में बदलना होता है, जिससे उसे भेजने वाला या रिसिव करने वाला ही पढ जायें या खोल पायें, उदाहरण के लिये आपमें से जो लोग स्टेनोग्राफी (stenography) का एग्जाम (exam) की तैयारी कर रहे होगें उन्होंने शॉर्टहैंड (Shorthand) जरूर सीखा होगा, इसमें भी एेसा ही होता है कि आप शब्दों को अपने हिसाब से संकेतों में बदल देते हैं, जिससे या तो आप ही उसे पढ पाते हैं या दूसरा कोई व्यक्ति जो शॉर्टहैंड जानता हो, कुछ इसी तरह होती है क्रिप्टोग्राफी, इसमें भी बिटकॉइन के भुगतान हेतु कूट-लेखन द्वारा सुरक्षित किया जाता है।

 

 

 

 

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